Digital Signature
डिजिटल सिग्नेचर के बारे में अगर आप जानते हैं तो तो बहुत बढ़िया है लेकिन नहीं जानते तो यह लेख आपके लिए है। जिसमे मैं आपको बताऊंगा की डिजिटल सिग्नेचर क्या होता है, इसे कहाँ यूज़ किया जाता है, और इसको कैसे बनाया जाता है।
तो इस बात से तो अप भली भांति परिचित हैं कि आजकल इन्टरनेट कितना आगे बढ़ चूका है और बढ़ता ही जा रहा है पर्यावरण को बचाने के लिए और कागजो को कम करने के लिए अब आधे से से ज्यादा चीजे ऑनलाइन हो गयी हैं । यानि डिजिटल हो हो गई हैं जिसके लिए हमें कागजो की कोई आवश्यकता नहीं है । और भारत सरकार ने भी अब डिजिटल चीजो को बढ़ावा देने के लिए Digital India के तहत बहुत साड़ी चीजे डिजिटल कर दी और डाक्यूमेंट्स को इन्टरनेट पर स्टोर और सुरक्षित रखने के लिए एक वेबसाइट Digital Locker भी बनवाई है। जिस पर हम अपना अकाउंट बनाकर हर दस्तावेज को रुरक्षित रख सकते हैं और फिर हमें अपने पास किसी भी दस्तावेज ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं । हमें जहाँ भी वो वे दस्तावेज भेजने होंगे हम Digital locker से ही सेंड कर सकते हैं या फिर उनको लिंक भेज सकते हैं वह कंपनी आपके अकाउंट में आपके दस्तावेजो को देख लेगी और यह पूरी तरह से मान्य होंगे। तो इस प्रकार आपको photocopy करने की भी कोई आवश्यकता नहीं आप कही जॉब interview में भी जायेंगे तो आप बिना documents के जा सकते हैं क्योंकि जब आप अप्लाई करेंगे तभी कंपनी आलरेडी आपके डाक्यूमेंट्स को डिजिटल लाकर पर देख लेगी डिजिटल लाकर के बारे में आप अधिक जानने के लिए आप हमरी डिजिटल लाकर क्या है वाली पोस्ट पढ़ सकते हैं । और डिजिटल लाकर पर अकाउंट कैसे बनायें भी पढ़ सकते हैं तो इस प्रकार जब डाक्यूमेंट्स डिजिटल हो रहे हैं। तो डिजिटल सिग्नेचर की जरूरत भी अवश्य होगी। तो आइये जानते हैं अब की
डिजिटल सिग्नेचर क्या है | What is Digital Signature
डिजिटल सिग्नेचर या डिजिटल हस्ताक्षर एक ऐसी गणितीय तकनीक है जो इन्टरनेट पर ऑनलाइन भेजे गए किसी भी Message या दस्तावेज की सत्यता को प्रमाणित करता है की यह दस्तावेज या यह Message किस व्यक्ति ने भेजा है तथा यह message बदला हुआ(altered) नही है। जिस तरह किसी पेपर पर हस्ताक्षर से हमें यह पता चलता है की पेपर पर लिखी गयी जानकारी हस्ताक्षर कर्ता के द्वारा पढ़ी गयी है और सही है ,ठीक उसी प्रकार डिजिटल हस्ताक्षर भी हमें यह भरोसा दिलाता है की भेजा गया डॉक्यूमेंट या Message उसी Sender ने भेजा है जिसे आप जानते हैं या जिस से अपने डॉक्यूमेंट माँगा था।
डिजिटल सिग्नेचर कि अगर बात करते हैं तो डिजिटल सिग्नेचर एक प्रकार का कंप्यूटर कोड होता है, जिसका प्रयोग अधिक से अधिक दफ्तरों आदि में किया जाता है. आमतौर पर डिजिटल हस्ताक्षर को इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर भी कहा जाता है. डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature) का प्रयोग केवल अधिक्रत व्यक्ति ही कर सकता है जिसके उपयोग के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड की आवश्यकता होती है तथा इसके आलावा डोंगल का भी प्रयोग किया जाता है जो कि एक पेन ड्राइव की जैसी डिवाइस होती है. डिजिटल सिग्नचर करने के लिए यह दोनों चीजे होनी जरुरी है, तभी आप डिजिटल सिग्नेचर कर सकते हैं. जिस प्रकार से कागज के दस्तावेजो पर मैनुअली सिग्नेचर किये जाते थे, उसी प्रकार से इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजो (Electronic Documents) में डिजिटल सिग्नेचर किये जाते हैं, डिजिटल सिग्नेचर कानूनी तौर पर मान्य होते हैं. डिजिटल हस्ताक्षर सामान्यतः सॉफ्टवेयर वितरण, वित्तीय लेन-देन और ऐसे अन्य कार्यो में किये जाते हैं.
डिजिटल सिग्नेचर की प्रक्रिया क्या है (What is the process of Digital Signature) –
पहले के दस्तावेजो को मेनुअल तरीके से तैयार किया जाता था सर्वप्रथम उम्मीदवार आवेदन को भरते थे और उसे कार्यालय में जमा करते थे और फिर उसकी जाँच के लिए जांचकर्ता के पास भेजा जाता था और फिर उन दस्तावेजो पर सिग्नेचर कर आवेदनकर्ता को दिया जाता था.
लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं होता है अब यह सब प्रक्रिया इ- गवर्नेस के माध्यम से की जाती है इसके माध्यम से सारे डाक्यूमेंट्स इन्टरनेट पोर्टल के माध्यम से तैयार किये जाते हैं. यह पूरी तरीके से डाक्यूमेंट्स (Documents) का डिजिटल रूप होता है. इसमें सारी जाँच की प्रक्रिया इन्टरनेट पोर्टल (Internet Portal) के माध्यम से होती है, इसमें सभी स्तर की जाँच प्रक्रिया में डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग किया जाता है.
अगर आप डिजिटल सिग्नेचर की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो दिए गए सभी टिप्स में आपको डिजिटल सिग्नेचर की पूरी जानकारी दी गयी है, जहा से आप डिजिटल सिग्नेचर क्या है और यह क्या काम करता है आदि जानकारी प्राप्त कर सकते है.
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